5 Essential Elements For संक्रामक रोग से बचने के उपाय



रोल ओवर स्टार्स, इसके बाद रेट को क्लिक करें।

संक्रामक रोगों के विशेषज्ञ और तोक्यो चिकित्सा विश्वविद्यालय अस्पताल के प्राध्यापक, हामादा आत्सुओ के अनुसार यह अस्पष्ट है कि नये उप-प्रकारों में से भावी प्रमुख उप-प्रकार कौन होगा। मानव कोशिकाओं के जुड़ने की इन सभी की क्षमता एक जैसी है और वे हमारे प्रतिरोधक तंत्र को चकमा देने में बेहतर हो गये हैं। हामादा का कहना है कि नये उप-प्रकारों के उभरने पर इस बात की सावधानीपूर्वक निगरानी की जानी आवश्यक है कि वे हमारे प्रतिरक्षण तंत्र को चकमा दे सकते हैं या नहीं, साथ ही वे कितने संक्रामक तथा रोगजनक हैं।

सिंगापुर में अक्तूबर-मध्य तक एक्सबीबी मामलों की संख्या उफान पर पहुँचने के बाद घटने लगी है।

संपर्क के लिए खतरनाक समय उपचार से पहले ही होता है। एक बार जब दवाओं के साथ उपचार शुरू हो जाता है तो मरीज कुछ ही हफ्तों में गैर-संक्रामक हो जाता है।

ट्यूबरकुलोसिस की पुष्टि करना सरल नहीं है। एक्स-रे की रिपोर्ट से इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती है, बलगम की जांच में टीबी के बैक्टीरिया का पता लगाया जा सकता है। कभी-कभी किसी व्यक्ति को कुछ अन्य तरह के टेस्ट करवाने की जरूरत भी पड़ सकती है। पुलमोनोलॉजिस्ट से सलाह लें।

संक्रामक रोग किसे कहते हैं? इनके फैलने के कारण बताइये।

मौसम में आए बदलाव के बीच एक बार फिर भीषण गर्मी का दौड़ शुरू हो गया है। भीषण गर्मी के साथ चल रही गर्म हवा से लोगों का जीना मुहाल हाे रहा है। गर्म हवा व चिलचिलाती धूप के कारण सोमवार को सड़कों पर दिनभर लोगों की आवाजाही कम रही। पसीने व उमस ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। दिन भर उमस भरी गर्मी व तेज धूप की वजह से कोई छाता तो कोई गमछा का सहारा लेकर बाजार में आवागमन करते दिखे। ग्रामीण इलाके की बात करें तो लोग गर्मी से निजात पाने के लिए वृक्ष के नीचे बैठे दिखे। भीषण गर्मी व उमस के बीच बीमारी बढ़ने लगी है। अस्पतालों में वायरल फीवर व डायरिया से पीड़ित लोगों की संख्या में लगातार वृद्धि होती जा रही है। चिकित्सक धूप व गर्मी से बचने की सलाह दे रहे हैं। हालांकि अप्रैल माह में हुई बारिश से पारा में कुछ गिरावट दर्ज की गई थी, लेकिन एक बार फिर भीषण गर्मी ने अपना रूख मोड़ लिया है। सदर अस्पताल में तैनात चिकित्सक डाॅ.

. हमें संक्रामक रोग से बचने के उपाय कमेंट जरुर करे. इस अपने दोस्तों के साथ भी शेयर जरुर करे.

प्रत्युत्तर में विशेषज्ञ समिति ने कहा कि संक्रमण के इस दुहरे उछाल से निपटने के लिए उचित उपाय आवश्यक हैं।

लेकिन चिकित्सक और अन्य विशेषज्ञ ऐसी व्यवस्था क़ायम करने की आवश्यकता ज़ाहिर कर रहे हैं जिसके तहत हल्के रूप से बीमार रोगी अपनी स्थिति बिगड़ने पर जल्द चिकित्सकीय परामर्श ले सकें।

This Web site employs cookie or comparable systems, to boost your browsing encounter and provide personalised suggestions. By continuing to implement our Web-site, you comply with our Privacy Plan and Cookie Plan. Alright

टीबी का यह प्रकार आमतौर पर उन लोगों को ज्यादा जिसकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है।

कोरोनावायरस के ओमिक्रोन प्रकोप के प्रसार के चलते, चिकित्सा संस्थानों पर बोझ को कम करने और बुज़ुर्गों तथा उच्च जोखिम वाले अन्य रोगियों के लिए चिकित्सा देखभाल सुलभ बनाने हेतु जापान सरकार ने कोरोनावायरस मामलों की सरलीकृत रिपोर्टिंग प्रणाली शुरू की है।

हाथों में लाल छोटे-छोटे पानी वाले दाने बनने लगते हैं, जिस पर बार-बार खुजली होती है, ये हर्पीस के लक्षण हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *